आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥ १
निर्विकारोंकार अविनाशी,
तुम्ही देवाधि देव हो
जगत सृजक प्रलय कर्ता,
शिवम सत्यम सुंदरा ॥ २
निरंकार स्वरूप ईश्वर,
महा भाग योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय,
जटाधार अभयंकरा ॥ ४
शूल पाणी त्रिशूल धारी,
औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचना
विश्वनाथ विशम्भरा ॥ ५
नाथ नागेश्वर हरो हर,
पाप सर्प अभिशाप तम,
महादेव महान भोले,
सदा शिव शिव संकरा ॥ ६
जगत पति अनुरकती भक्ति,
सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब,
जय जयति जगदीश्वरा ॥ ७
जनम जीवन जगत का,
संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन,
जपता रहे पञ्चाक्षरा ॥ ८
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौळि चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥ ९
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..

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