शारीरिक ऊर्जा,मनोबलार्थ संगीत
ज्या त्या राशीच्या लोकानि त्या त्या रागाचे श्रवण केल्यास शारीरिक ऊर्जा ,मनोबल वाढविण्यास जरुर मदत होयील
स्वर |
1 |
2 |
3 |
4 |
5 |
6 |
7 |
शुद्ध |
सा |
रे |
ग |
म |
प |
द |
नी |
कोमल |
सा |
रे |
ग |
म |
प |
द |
नी |
तीव्र |
सा |
रे |
ग |
म |
प |
द |
नी |
क्र |
राशि |
नामाक्षर नक्षत्र |
स्वर पट्टि |
मुख्य राग |
इतर राग |
1 |
मेष |
अश्विनि भरणी कृतिका ¼ |
शुद्ध माध्यम 3 , 6 |
शुद्ध माध्यम प्रभाती शुद्ध माध्यम मध्याह्न शुद्ध माध्यम रात्रि |
आसावरी ,ललित जीवन पुरी वृन्दावानि सारङ्ग मध्यमादि सारङ्ग मालकन्स दुर्गा गोरख कल्याण |
2 |
वृषभ |
कृतिका ¾
रोहिणी मृगशिरा ½ |
शुद्ध गान्धार 6 |
शुद्ध गान्धार |
भूप हंसध्वनि यमन तिलङ्ग हमीर |
3 |
मिथुन |
मृगशिरा ½
आरिद्रा पुनर्वसु ¾ |
शुद्ध
रे 5 |
शुद्ध
रे |
यानि नुसता तंबोरा एकवला तरी चालेल मेघ देस
कामोद मल्हार दरबारी कानडा |
4 |
कर्क |
पुनर्वसु ¼
पुष्य आश्लेषा |
पञ्चम
प 2 |
शुद्ध कल्याण |
सारङ्ग ,मल्हार रागाचे सर्व प्रकार त्यानि
एकावे दरबारी कानडा कामोद |
5 |
सिंह |
मघा
पूर्वा उत्तरा ¼ |
षड्ज
सा 1 |
शुद्ध कल्याण |
बागेश्री ललित मालन्क |
6 |
कन्या |
उत्तरा ¾ हस्ता चित्ता ½ |
कोमल
रे 5 |
कोमल
रे |
पुरियाभैरव विभास पुरियाधनश्री अहिर भैरव |
7 |
तुलायां |
चित्ता ½ स्वाति विशाखा ¾ |
कोमल
ग 6 |
कोमल
ग |
मालकंस चन्द्रकंस धानी भीमपलास नायकी कानडा |
8 |
वृश्चिक |
विशाखा ¼
अनुराधा ज्येष्ठा |
तीव्र म
9 |
राम कल्याण शुद्ध सारङ्ग |
यमन
मारुबिहाग हिण्डोल |
9 |
धनुष्ये |
मुला पुर्वाषाढा उत्तराषाढा ¼ |
शुद्ध धैवत 3 |
शुद्ध धैवत |
हमीर देसकार बागेश्री हिण्डोल मारवा |
10 |
मकर |
उत्तराषाढा ¾ श्रवण धनिष्ट ½ |
शुद्ध
नी 8 |
शुद्ध सारङ्ग |
बिहाग यमन मल्हार पुरिया |
11 |
कुम्भ |
धनिष्टा ½ शततारा पूर्वाभाद्रपद ¾ |
कोमल
नी 8 |
कोमल
नी |
कलावती बागेश्री धानी भिमपलास आसावरी बैरागी
भैरव अहिरभैरव माधमाध सारङ्ग मालकंस |
12 |
मीन |
पूर्वा भाद्रपद ¼
उत्तरा भाद्रपद रेवती |
कोमल
ध 3 |
कोमल
ध |
भैरव रामकली
गुणकली आसावरी तोडी प्रकार
पुरिया धनाश्रि श्री चन्द्रकंस |
BY COURTESY
Shri VITTHALA DEVA naming OR chanting Therapy for Heart Problems
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